कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए सहारा समूह से पैसे लेने का आरोप लगाए थे. शीला ने इन आरोपों को गलत बताया है.
राहुल ने एक लिस्ट का जिक्र किया था जिसमें मोदी को धन देने की बात थी. राहुल गांधी इस लिस्ट पर जवाब भी मांग रहे हैं लेकिन दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने ही इस कथित ‘सहारा डायरी’ की. को सच मानने से इनकार कर दिया है.
वहीं अखबार ने जब उनसे इस डायरी की सत्यता के बारे में पूछा तो दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैं नहीं जानती, क्योंकि जब किसी ने इतने सारे लोगों के बारे में लिखा है. तो इसकी सत्यता के बारे में क्या कहूं.’ उन्होंने साथ ही कहा कि कोर्ट ने भी कहा है कि यह विश्वसनीय नहीं, इसमें और सबूत चाहिए.
‘ उन्होंने साथ ही कहा कि कोर्ट ने भी कहा है कि यह विश्वसनीय नहीं, इसमें और सबूत चाहिए.
हालांकि इंडियन एक्सप्रेस अखबार ने खबर दी है कि उसने जब शीला दीक्षित से संपर्क किया. अखबार के मुताबिक शीला कहना था, ‘मुझे इसके बारे में नहीं पता. मैंने इसे देखा नहीं. तो मैं कैसे कुछ कह सकती हूं. यह सब बस सुनी-सुनाई बातों पर आधारित है. मुझे ऐसी किसी चीज की याद नहीं.’
वहीं अखबार ने जब उनसे इस डायरी की सत्यता के बारे में पूछा तो दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैं नहीं जानती, क्योंकि जब किसी ने इतने सारे लोगों के बारे में लिखा है. तो इसकी सत्यता के बारे में क्या कहूं
कांग्रेस ने ट्वीट की ‘सहारा डायरी’ से जुड़ी एक तस्वीर
दरअसल कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर ‘सहारा डायरी’ से जुड़ी एक तस्वीर जारी की थी, जिसमें दिखाया गया था कि गुजरात का सीएम रहते हुए नरेंद्र मोदी ने सहारा समूह से 40 करोड़ रुपये की ‘रिश्वत’ ली थी.
शीला दीक्षित दिसंबर 2013 तक दिल्ली की मुख्यमंत्री थीं और इस लिस्ट में उन्हें सितंबर 2013 में एक करोड़ रुपये नगद देने की बात लिखी गई है.
लिस्ट में नरेंद्र मोदी और शीला दीक्षित के अलावा मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों को भी पैसे देने की बात का जिक्र है.
गौरतलब है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों भ्रष्टाचार के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन पर सहारा से रिश्वत लेने का आरोप लगाते रहे है