इस्लामाबाद: पाकिस्तान में नोटबंदी का बुरा असर पाकिस्तान पर भी पड़ना शुरू हो गया है. पाकिस्तान के लोग डर रहे हैं कि वहां बी भारत की तरह अचानक 5000 का नोट बंद और स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान द्वारा नोटों को बंद किए जाने से इनकार के बावजूद लोगों की घबराहट कम नहीं हो रही है.
पाकिस्तानी करंसी में 5,000 रुपये का नोट सबसे बड़ा होता है.पाकिस्तान की संसद के उच्च सदन में 5,000 रुपये के नोटों को बंद करने की मांग उठने के बाद सोने की मांग में भारी इजाफा हुआ है.
कराची के एक करंसी डीलर ने बताया, ‘भारत में नोटबंदी के बाद सेनेट में 5,000 रुपये के नोटों को अमान्य किए जाने की मांग उठने के बाद यहां भी ऐसी अफवाहें उड़ने लगी हैं कि पाक सरकार भी अपने सबसे बड़े नोटों को बंद किए जाने पर विचार कर रही है.’
इसके बाद इन नोटों के जमाखोर जल्द से जल्द इन नोटों से छुटकारा पाना चाहते हैं और इन नोटों के बदले सोना खरीद रहे हैं.
बता दें कि 19 दिसंबर को पाकिस्तान के उच्च सदन में नोटबंदी के ऊपर एक प्रस्ताव पास किया गया था जिसमें भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग को रोकने के लिए 5,000 रुपये के नोटों को बंद करने की मांग उठाई गई थी.
हालांकि सत्तारूढ़ पार्टी पीएमएल(एन) ने इस प्रस्ताव का यह कहकर विरोध किया था कि ऐसे किसी भी कदम से देश में भारत की तरह करंसी की समस्या खड़ी हो जाएगी. लेकिन फिर भी इस प्रस्ताव से डरकर रिटेल मार्केट में काफी लोगों ने इन नोटों को लेना बंद कर दिया है.
ऐसी कई रिपोर्ट आई हैं कि कई बड़े रेस्तरां और सुपरस्टोर्स में इन नोटों की सौदेबाजी कर रहे हैं. इसके अलावा इस प्रस्ताव के पास होने के बाद पाकिस्तान में सोने के भाव में भारी इजाफा देखने को मिल रहा है.
मांग में बढ़ोतरी के कारण सोने के दाम 50,600 रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंच गए हैं जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में इतने ही सोने की कीमत 46,000 रुपये है. इस बीच, पाकिस्तान में भी ऐसी मांग की जा रही है कि छिपी संपत्ति और टैक्स चोरी को उजागर करने के लिए सरकार को भारत जैसे कदम उठाने चाहिए.