नई दिल्ली: आज दिल्ली के ताल कटोरा स्टेडियम में राहुल गांधी ने जब मोदी पर एक के बाद एक हमले किए तो उनके समर्थकों और पार्टी को सूझा नही नहीं कि इस समस्या का हल कैसे निकालें. बीजेपी ने पुराना रास्ता निकाला. कह दिया कि राहुल गांधी पार्ट टाइम नेता हैं. सबसे आगे बढ़कर मोर्चा संभाला बीजेपी की आईटी सेल ने. राहुल ने कहा था कि मोदी को पद्मासन नहीं आता. वो योग करने का ढोंग करते हैं. जवाब में सोशल मीडिया सेल ने मोदी की कुछ तस्वीरें शेयर करनी शुरू कीं. सेल का दावा था कि इन तस्वीरों में मोदी पद्मासन कर रहे हैं.
इस विवाद के बीच हमने योग वशिष्ठ के गुरु से बात की ताकि हकीकत का पता लगाया जा सके. इन गुरु ने राहुल गांधी के आरोप को सच के करीब बताया. उनका कहना था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जहां भी पालथी मारकर बैठे नज़र आते है वो सचमुच पद्मासन नहीं होता पद्मासन में ज़रूरी होता है कि दोनों पैर दूसरी जांघ पर रखे जाए.
योग वशिष्ठ के विशेषज्ञ गुरु ने बताया कि मोदी जिस मुद्रा में बैठते हैं वो सुखासन है. गुरु का कहना था कि ऐसा वही लोग करते हैं जो नियमित योग नहीं करते. नियमित योग करने वाले लोगों के शरीर में कुछ ही महीने में लोच आ जाता है और वो आराम से पद्मासन करने लगते हैं. सुखासन उनके लिए होता है जो पद्मासन नहीं कर पाते.
इन विशेषज्ञों के मुताबिक मोदी दूसरी योग मुद्राओं में भी फिट दिखाई नही देते. उनकी शरीर में काफी अकड़न है. उनकी रीढ़ की हड्डी भी सख्त है.
आपको बता दें कि राहुल गांधी ने आज प्रधान मंत्री मोदी के योग पर सवाल उठाते हुए कहा कि पीएम से पद्मासन ठीक से नहीं हुआ. जिससे पद्मासन नहीं हो सकता, उसे योग करने का अधिकार नहीं है.
राहुल गांधी ने कहा- मैं बातें नोटिस करता हूं. बहुत योग किया (पीएम ने) लेकिन पद्मासन नहीं किया. मेरे योग गुरु ने कहा था जो योग करता है वो पद्मासन कर सकता है और जो योग नहीं करता वो पद्मासन नहीं कर सकता.
एक दिन पहले मोदी ने किया था योग का जिक्र
गुजरात दौरे पर गए मोदी ने मंगलवार को एक ट्वीट का जिक्र किया था. मोदी अहमदाबाद में सुबह मां से मिलने गए थे. इसके बाद ट्वीट कर कहा था- आज सुबह योग नहीं कर सका क्योंकि मां से मिलने गए. उनके साथ नाश्ता किया.
इसके अलावा भी राहुल गांधी ने मोदी पर कई हमले किए. आपको बताते हैं कि क्या कहा राहुल गांधी ने ताकि योग के चक्कर में खबर का कोई भी हिस्सा न चूके.
1. नोटबंदी के फैसले से पहले पीएम ने आरबीआई गवर्नर की बातें नजरअंदाज की गईं. अब स्थिति उनसे संभल नहीं रही. अब पीएम अपने ‘होम मेड इकोनॉमिस्ट’ रामदेव और बोकले जी के पीछे छुप रहे हैं.
2. मोदीजी कोई काम पूरा नहीं करते. पहले मोदी जी ने कहा- हिंदुस्तान को साफ कर दूंगा, 3-4 दिन झाड़ू लगाया और चल दिए.
3. नोटबंदी के उद्योग-धंधों को तबाह कर दिया. गाड़ियों की बिक्री में 60 फीसदी तक की गिरावट क्यों हुई? क्या इसका जवाब देगा कोई?
4. हम 16 साल पहले की स्थिति में फिर पहुंच गए हैं. कांग्रेस की सरकार आएगी तो अच्छे दिन लाएगी.
5. अब देश के केवल नरेंद्र मोदी और मोहन भागवत जी चला रहा हैं. बीजेपी देश की आत्मा को मार रही है. लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर कर रही है ये सरकार.
6. मोदीजी ने आम लोगों की कमाई और बचत को कागज में बदल दिया.
7. बिना किसी से पूछे फैसला लिया गया. दुनिया के तमाम बड़े अर्थशास्त्रियों ने नोटबंदी के फैसले की आलोचना की.
8. पीएम से पद्मासन भी ठीक से नहीं हुआ.