नई दिल्ली : आखिरकार नवजोत सिंह सिद्दू की राजनीतिक कश्ती को किनारा मिल गया. सिद्धू आज राहुल गांधी के घर जाकर उनसे मिले. मीटिंग के बाद कांग्रेस स्पोक्सपर्सन रणदीप सिंह सुरजेवाल ने ट्वीट किया, ”कांग्रेस नवजोत सिंह सिद्धू का स्वागत करती है.” इसका मतलब था कि सिद्धू कांग्रेस का हिस्सा बन गए हैं.
सिद्धू चार दिन पहले भी राहुल से मिले थे. तब पंजाब कांग्रेस प्रेसिडेंट कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा था, “सिद्धू सौ फीसदी कांग्रेस में आएंगे. वे असेंबली इलेक्शन में अमृतसर ईस्ट से इलेक्शन लड़ेंगे, जहां से सिद्धू की पत्नी डॉ. नवजोत कौर विधायक हैं.” बता दें कि डेढ़ महीने पहले सिद्धू की पत्नी भी कांग्रेस का हाथ थाम चुकी हैं. सिद्धू ने सितंबर में बीजेपी छोड़ दी थी.
सिद्धू बीजेपी के राज्यसभा सांसद थे, लेकिन पिछले साल 18 जुलाई को उन्होंने इस्तीफा दे दिया था. सितंबर में पार्टी भी छोड़ दी थी. बीजेपी से अलग होकर सिद्धू ने परगट और बैंस बंधुओं (बलविंदर बैंस और सिमरजीत बैंस) के साथ मिलकर आवाज-ए-पंजाब मोर्चा बनाया था. इसके कुछ दिन बाद ही आवाज-ए-पंजाब ने सिद्धू का साथ छोड़कर आम आदमी पार्टी से गठजोड़ कर लिया.
तो क्या सिद्धू डिप्टी सीएम बनेंगे? पंजाब में 4 फरवरी को वोटिंग होनी है. कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेस के इलेक्शन कैंपेन को लीड कर रहे हैं. ऐसी चर्चा है कि अगर पंजाब में कांग्रेस को जीत मिली तो कैप्टन को सीएम और सिद्धू को डिप्टी सीएम बनाया जाएगा. हालांकि कैप्टन ने इससे इनकार किया है.
आप में जाने की भी थी चर्चा पहले सिद्धू और नवजोत के आप में जाने की भी चर्चा थी, लेकिन कई दौरों की बातचीत के बाद भी दोनों ने आप ज्वाइन नहीं की. नवजोत कौर जब कांग्रेस में शामिल हुई थीं तब उनसे पूछा गया था कि सिद्धू कब कांग्रेस ज्वाइन करेंगे, इस पर कौर ने कहा था, ‘‘हम दो शरीर एक आत्मा हैं, फिर एक-दूसरे के बिना कब तक रह पाएंगे.”
सिद्धू आप से बात नहीं बन पाने पर सिद्धू ने कहा था, “केजरीवाल मुझे एक और शोपीस बनाना चाहते थे. उन्होंने मुझे चुनाव नहीं लड़ने और सिर्फ पार्टी के लिए प्रचार करने के लिए कहा. मेरी पत्नी को मंत्री बनाने का वादा जरूर किया था.” हालांकि इस आरोप पर तब आप संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि सिद्धू ने पंजाब के सीएम बनने की शर्त रखी है.
2017-01-15