नोएडा: अस्पतालों में लूट की खबरें तो बहुत आती हैं लेकिन देश का नामी फोर्टिस अस्पताल एक बड़े बवाल में फंस गया. एक महिला के पति ने आरोप लगाया कि उसकी पत्नी की मौत होने के बाद भी फोर्टिस अस्पताल लाश का इलाज करता रहा और बिल बनाता रहा. महिला के परिजनों ने इसको लेकर अस्पताल में हंगामा भी किया.. महिला का पति यह आरोप लगाता रहा कि उसकी पत्नी मर चुकी है.
उसका कहना था कि इसका पता उसे तब चला जब वह दूसरे अस्पताल का एंबुलेंस व डॉक्टर लेकर फोर्टिस पहुंचे थे. परिजनों का कहना था कि दूसरे अस्पताल के डॉक्टर ने कहा कि उसकी पत्नी चार दिन पहले ही मर चुकी है. इस बात को लेकर हंगामा हो गया. पुलिस ने वहां पहुंचकर मामला शांत कराया.
मूल रूप से मेरठ के जयदेवी नगर के रहने वाले अनिल ने बताया कि उनकी पत्नी मिथिलेश की बच्चेदानी में रसौली थी. करीब एक माह पहले मेरठ के एक अस्पताल में ऑपरेशन कराया गया, जिसके बाद संक्रमण हो गया. करीब 15 दिन पहले पत्नी को सेक्टर 62 स्थित फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया. डॉक्टर ने मिथिलेश को वेंटिलेटर पर रखा. पीड़ित का आरोप है कि अस्पताल ने इलाज के नाम प्रतिदिन उनसे डेढ़ लाख रुपये लिये.
वह जब भी पत्नी के स्वास्थ्य के बारे में पूछते तो यही जवाब मिलता जल्दी ठीक हो जाएंगी. परेशान हो परिजन ने हंगामा कर दिया. देर रात परिजन महिला को वेंटिलेटर के साथ दूसरे अस्पताल ले गए.
फोर्टिस प्रबंधन ने मीडिया स्टेटमेंट जारी कर बताया कि मरीज को पांच जनवरी को मल्टी ऑर्गन फेल्योर की स्थिति में लाया गया था. उसे लाइफ सपोर्ट पर रखा गया. मरीज की लगातार डायलिसिस की जा रही थी. बुधवार को मरीज के परिजन उसे दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करने की बात करने लगे. अस्पताल ने परिजन को लीव अंगेस्ट मेडिकल एडवाइज प्रक्रिया पूरी करते हुए मरीज को ले जाने की इजाजत दे दी. source-kobrapost.com
2017-01-21