नई दिल्ली: फौज में करप्शन की बातें अब तक गुप्त ही रहा करती थीं. कोई खबर छापने की हिम्मत नहीं कर सकता था. एक्शन हो जाता था. कहा जाता था कि इससे सुरक्षा बलों का मनोबल गिरता है. लेकिन अब ये आवाज़ें खुद अंदर से ही उठने लगी हैं. ज़रिया बना है सोशल मीडिया.
अब फिर बीएसएफ के एक क्लर्क ने फेसबुक पर दो वीडियो पोस्ट करके व्यवस्था को तमाचा मारा है. एक विडियो में उनका खुद बयान है और दूसरे वीडियो में सबूत हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि जवानों के लिए जो शराब होती है उसे बाहरी लोगों को बेच दिया जाता है. उन्होंने दावा किया कि इस सिलसिले में शिकायत किए जाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई. क्लर्क नवरत्न चौधरी ने जो वीडियो डाला था वह वायरल हो गया है. वहीं, बीएसएफ अधिकारियों ने कहा कि बल उनकी शिकायत की जांच का आदेश देगा
नवरत्न चौधरी राजस्थान के बीकानेर निवासी हैं. वह गुजरात के कच्छ जिले में गांधीधाम स्थित बीएसएफ की 150वीं बटालियन में कार्यरत हैं. उन्होंने 26 जनवरी को यह वीडियो डाला था. इसमें एक नागरिक को शराब की बोतलें ले जाते दिखाया गया है.
गुजरात में शराब की बिक्री और उपभोग पर पाबंदी है. चौधरी ने वीडियो में आरोप लगाया है कि ईमानदार और देश का सच्चा सिपाही होने के चलते मुझे दंडित किया जा रहा है.
चौधरी ने कहा कि हर बार मैं जब किसी गलत चीज की शिकायत करता हूं, मेरा किसी नई जगह तबादला कर दिया जाता है. लेकिन वो मेरा मनोबल नहीं तोड़ सकते. चौधरी ने तीन मिनट के वीडियो में दावा किया है कि अब वो लोग तानाशाही की हदें पार कर चुके हैं.
मैं आपसे खुलकर कह सकता हूं कि बीएसएफ में भ्रष्टाचार है, लेकिन अगर आप इस बारे में शिकायत करते हैं तो आप कोई बड़ा अपराध करते हैं. गौरतलब है कि कुछ दिन पहले बीएसएफ के एक अन्य जवान ने पुंछ के 29 वीं बटालियन में कर्मियों को खराब गुणवत्ता वाला भोजन परोसे जाने की शिकायत की थी. बीएसएफ जवान के खराब खाने के आरोप पर अब कोर्ट ने केंद्र सरकार से मांगी रिपोर्ट