नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में जितनी पार्टियां हैं उससे ज्यादा पोल आ रहे हैं. सबसे बड़ी बात ये कि इन पोल में नतीजे अलग अलग हैं. कोई एक पार्टी को बहुमत दे रहा है तो कोई किसी दूसरी पार्टी को. एक ओर जहां टाइम्स नाउ वीएमआर पोल में भाजपा को 202 सीटें मिलती दिख रही हैं, वहीं एबीपी न्यूज के ऑपिनियन पोल में सपा-कांग्रेस को 187-197 सीटें मिल रही हैं. साफ है कि यूपी विधानसभा इलैक्शन को लेकर कोई स्पष्ट तस्वीर नहीं बन पा रही है. एक पोल भाजपा को बहुमत पाते हुए दिखा रहा है, जबकि दूसरे में सपा-कांग्रेस गठबंधन बहुमत के नजदीक जाते दिख रहा है.
एबीपी न्यूज के पोल में अखिलेश सबसे लोकप्रिय उम्मीदवार बनकर उभरे हैं. पोल में दावा किया गया है कि मुस्लिम वोट सपा-कांग्रेस गठबंधन को और जाटव वोट बीसपा को जाता दिख रहा है. एबीपी न्यूज के ऑपिनियन पोल में भाजपा को 118-128 सीटें जबकि बीसपा को 76-86 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है.
टाइम्स नाउ के पोल में भाजपा को अकेले दम पर 202 सीटें मिलती दिख रही हैं. टाइम्स नाउ के जनवरी 2017 के पोल में बीसपा को 47 सीटें, कांग्रेस-सपा गठबंधन को 147 सीटें और अन्य को 7 सीटें मिलती दिख रही हैं. पोल की माने तो भाजपा यूपी में अकेले दम पर सरकार बना सकती है.
टाइम्स नाउ वीएमआर पोल में सीटों के मामले में सपा-कांग्रेस गठबंधन और बीसपा को बहुत ज्यादा नुकसान होता दिख रहा है. हालांकि पोल के मुताबिक वोट शेयर के मामले में सबसे अधिक नुकसान सपा-कांग्रेस गठबंधन को होता दिख रहा है.
2012 के विधानसभा इलैक्शन में बीसपा को 80 सीटें मिली थीं. कांग्रेस-सपा की सीटों को जोड़ दिया जाए तो 2012 में इन दोनों दलों को मिलाकर 252 सीटें मिली थीं. टाइम्स नाउ वीएमआर पोल के मुताबिक बीसपा को 33 सीटों और सपा-कांग्रेस गठबंधन को 105 सीटों का नुकसान होता दिख रहा है. 2012 में मात्र 47 सीटें पाने वाली भाजपा को पोल के मुताबिक 155 सीटों का फायदा होता दिख रहा है.
2012 के विधानसभा इलैक्शन में बीसपा को 26 फीसदी वोट मिले थे. कांग्रेस-सपा के वोटों को मिला दिया जाए तो उन्हें 41 फीसदी वोट मिले थे. भाजपा को 2012 के विधानसभा चुनावों में 15 फीसदी वोट मिले. टाइम्स नाउ वीएमआर पोल के मुताबिक बीसपा को इस बार 24 फीसदी, सपा-कांग्रेस को 31 फीसदी और भाजपा को 34 फीसदी वोट मिलने की उम्मीद जताई गई है.
इस तरह पोल के मुताबिक यूपी विधानसभा इलैक्शन 2017 में बसपा को 2 फीसदी जबकि कांग्रेस-सपा गठबंधन को 10 फीसदी वोटों का नुकसान होता दिख रहा है. भाजपा सबसे अधिक फायदे में नजर आ रही है. पोल के मुताबिक भाजपा को 19 फीसदी वोटों का फायदा हो सकता है.