नई दिल्ली: लड़कियों के नंबर रखकर उन्हें परेशान करने वालों के लिए यूपी में एक नई सुविधा शुरू हूई है. इस जगह से मनचले लड़कियों का नंबर प्राप्त कर सकते हैं. जी हां. बड़ी संख्या में मोबाइल नंबर रीचार्ज करने वाले दुकानदार ये ‘सुविधा’ बेच रहे हैं.
खूबसूरती के आधार पर दुकानदार लड़कियों के नंबर 50 रुपये से लेकर 500 रुपये तक वसूल रहे हैं. आपको जानकर भले ही हैरानी हो लेकिन यह सच है. दरअसल ये गोरखधंधा यूपी की राजधानी लखनऊ, गोरखपुर समेत राज्य के कई शहरों में धड़ल्ले से चल रहा है.
गौरतलब है कि मोबाइल रिचार्ज की दुकानों से लड़कियों के फोन नंबर खरीदकर उनका गलत इस्तेमाल किया जा रहा है. मनचले लड़कियों के नंबर पर फोन कर उन्हें परेशान कर रहे हैं. लड़की के फोन उठाने पर मनचले ऊटपटांग बातें करते हैं, अगर लड़की बात करने से मना करती है तो वह उससे अश्लील बातें करने से भी गुरेज नहीं करते हैं.
लड़कियों का नंबर नोट कर लेते हैं दुकानदार
दरअसल लड़कियां अक्सर रिचार्ज की दुकानों पर मोबाइल में रिचार्ज करवाने के लिए जाती हैं. कुछ दुकानदार लड़कियों का नंबर नोट कर लेते हैं और फिर नंबर को मनचलों को बेच दिया करते हैं. पीड़ित युवतियों की मानें तो उनके पास जो भी फोन कॉल आते हैं उसमें अधिकतर पुरुष उनसे दोस्ती से बातें शुरू करते हैं. मसलन ‘मुझे आपसे दोस्ती करनी है’ या ‘मैं आपसे दोस्ती करना चाहता हूं’.
मजे के लिए लड़कियों को फोन करता है दुकानदार
इस तरह की बातों से मनचले लड़कियों को परेशान कर रहे हैं. अगर लड़की परेशान होकर पुलिस में कथित नंबर की शिकायत करती है तो आरोपी तमाम बहानेबाजी कर पुलिस को बहकाने की कोशिश करते हैं. शाहजहांपुर के एक दुकानदार के मुताबिक, वह अक्सर मजे के लिए लड़कियों को फोन किया करता है. उसने कई लड़कियों को व्हाट्सएप के जरिए अश्लील तस्वीरें भी भेजी हैं.
1090 पर 4 साल में 6 लाख से भी ज्यादा शिकायतें दर्ज
दरअसल इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब राज्य महिला हेल्पलाइन नंबर 1090 पर इस तरह की शिकायतों की बाढ़ सी आ गई. गौरतलब है कि यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने महिलाओं के साथ उत्पीड़न की शिकायत दर्ज करने के लिए 1090 हे्ल्पलाइन शुरु की थी. आंकड़ों के मुताबिक, हेल्पलाइन नंबर पर पिछले 4 साल में 6 लाख से भी ज्यादा उत्पीड़न की शिकायतें दर्ज की गई हैं.
90 प्रतिशत शिकायतें फोन पर उत्पीड़न की दर्ज की गई
इन शिकायतों में 90 प्रतिशत शिकायतें महिलाओं के साथ फोन पर उत्पीड़न किए जाने की दर्ज की गई हैं. सरकारी आंकड़ों के सामने आने और इस रैकेट के खुलासे के बावजूद अभी तक किसी भी दोषी दुकान मालिक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है. आईजी नवनीत सकेरा ने इस मामले में बात करते हुए कहा कि इस तरह के कृत्य पर कोई क्राइम नहीं बनेगा. उन्होंने कहा, हाल ही में पुलिस ने तीन ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया था जो फर्जी आईडी पर सिम बेच रहे थे.