सियोल: दिग्गज कंपनी सैमसंग के ग्रुप चीफ जे वाई ली को शुक्रवार सुबह दक्षिण कोरिया में गिरफ्तार कर लिया गया. उन्हें दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति को रिश्वत देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
गुरुवार को सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के चीफ जे वाई ली कोरिया की राजनधानी सियोल के सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट पहुंचे थे. कोर्ट की सुनवाई के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. सैमसंग चीफ ली पर दो कंपनियों के विलय करने के लिए सरकार का समर्थन हासिल करने के वास्ते राष्ट्रपति पार्क ग्यून हेई और लंबे समय से उनके मित्र को 3.6 करोड़ डॉलर की घूस देने का आरोप लगा है. दिसंबर में राष्ट्रपति के खिलाफ चलाए गए महाभियोग से भी यह मामला जुड़ा है.
ली के खिलाफ गबन, विदेशों में संपत्तियों को छुपाने और झूठे साक्ष्य देने के आरोपों की भी जांच हो रही है. कोर्ट ने पिछले महीने ली को गिरफ्तार करने के अभियोजकों के पहले प्रयास को खारिज कर दिया था और कहा था कि ली की गिरफ्तारी को न्यायसंगत ठहराने के लिए सबूतों का अभाव है. इसके बाद अभियोजन पक्ष के वकीलों ने अदालत के समक्ष घूस लेने समेत कई अन्य सबूत भी पेश किए थे. इसके बाद अदालत ने ली को गिरफ्तार किए जाने की इजाजत दी. हालांकि जज ने सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के प्रेजिडेंट पार्क सांग-जिन को गिरफ्तार किए जाने की मांग को खारिज कर दिया.
ली की गिरफ्तारी के बाद सैमसंग ग्रुप के शेयरों में गिरावट का माहौल है. ग्रुप की कंपनी सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी लिमिटेड के शेयरों में 1.4 फीसद की गिरावट आई है. वहीं, सैमसंग ग्रुप की होल्डिंग कंपनी सी एंड टी कॉर्प. के शेयरों में भी 2.8 फीसद की बड़ी गिरावट दर्ज की गई है. अभियोजन पक्ष के वकील ने सैमसंग की थर्ड जनरेशन के मुखिया के खिलाफ मुकदने की शुरुआत के लिए 10 दिन का वक्त मांगा है. मुकदमे की शुरुआत के बाद अदालत को तीन महीने के भीतर फैसला सुनाना होगा.
सैमसंग ग्रुप की प्रवक्ता के अनुसार, ली की गिरफ्तारी को चुनौती दी जाएगी या फिर बेल की मांग की जाएगी, इस पर अभी कोई फैसला नहीं लिया जा सका है. सैमसंग और ली ने इस मामले में कुछ भी गलत किए जाने से इन्कार किया है. ली को अरेस्ट किए जाने के बाद कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘हम यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे कि भविष्य में अदालती कार्यवाही के दौरान पूरा सच निकलकर सामने आए.’