चुनावी मौसम में कृत्रिम फिंगर्स चर्चा में हैं. रबर जैसे पदार्थ की बनी ये फिंगर्स पूर्व चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी के ट्वीट के बाद चर्चा में आई.
एसवाई कुरैशी ने मंगलवार को इस तस्वीर को ट्वीट किया कि ”किसी ने ये तस्वीर मुझे भेजी.” इस तस्वीर के कोलाज में एक स्याही लगी उंगली वाली तस्वीर भी है.
इस वजह से इन नकली फिंगर्स के चुनाव में इस्तेमाल किए जाने की बात कही गई. कई सोशल मीडिया यूजर्स ने नकहा, “चुनावों में ज़्यादा वोटिंग का फ़ायदा लेने के लिए इन नकली फिंगर्स का इस्तेमाल हो रहा है.”
दरअसल इन तस्वीरों का चुनाव से लेना देना ह नहीं. ये तस्वीरें जापान की हैं. द गार्डियन की ख़बर के मुताबिक, जापान की एक डॉक्टर युकाको फुकुशिमा इन फिंगर्स को बनाती हैं. ताकि जिन लोगों की फिंगर्स किसी वजह से कट जाती हैं, उन्हें नई फिंगर्स लगाई जा सकें.
हालांकि यह भी कहा जाता है कि ऐसी फिंगर्स का इस्तेमाल गैंगस्टर ज़्यादा करते हैं ताकि पकड़े जाने से बचा जा सके. जापान में क्रिमिनल्स की गैंग यज़ुका के अपराधी ऐसे नकली फिंगर्स का इस्तेमाल अक्सर करते हैं.
इन तस्वीरों को देखकर किसी को आइडिया आया कि भारत में चुनाव से इनको जोड़ दियाजाए और नकली उंगली की अफवाह फैला दी गई. अफवाह इतनी फैली कि पूर्व चुनाव आयुक्त भी इसके शिकार हो गए.