नई दिल्ली: अगर कोई 1000 रुपये में आपको 2000 रुपये वाला नया करारा गुलाबी नोट दे. वो भी ऐसा कि पुलिस और सुरक्षा बल भी न पहचान सकें तो आप क्या कहेंगे. आप जो भी कहें लेकिन मैं कहूंगा कि नोटबंदी के दौरान सरकार का एक और दावा बकवास साबित हुआ. इससे पहले कालाधन बाहर आने और करप्शन बंद होने के दावे भी बेकार साबित हुए थे . आतंकवाद पर लगाम की बात भी किसी काम की नहीं निकली.
नोटबंदी के दौरान सरकार ने दावा किया था कि इस कोशिश से जाली नोट बंद हो जाएंगे और उनके चलन पर रोक लग जाएगी. नोट के सिक्योरिटी फीचर पर भी बड़ी बड़ी बातें कही गई थीं. कहा गया था कि इस बार कागज़ भी ऐसी जगह से खरीदा गया है जहां से पाकिस्तान की सरकार भी चाहे तो कागज़ हासिल नहीं कर सकती. लेकिन अब इसकी भी पोल खुलने लगी है.
दिल्ली के एक बड़े दैनिक अखबार की खबर के मुताबिक पता चला है कि सीमा पार से 2000 रुपये के नकली नोट बड़े पैमाने पर छापकर देश में भेजे जा रहे हैं. 2000 का एक नकली नोट 1000 रुपये तक में बेचने की कोशिश की जा रही है. यह जानकारी मिलने के बाद सभी सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया गया है. सूत्रों के अनुसार, सभी राज्यों के डीजीपी को इस सिलसिले में रिपोर्ट भेजी गई है.
पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश बॉर्डर सीमा पार से नकली नोट लाने का बड़ा ठिकाना बताया जाता रहा है. नोटबंदी से पहले और बाद में भी यहां भारतीय करंसी के नकली नोटों की बड़ी खेप पकड़ी जा चुकी है.
दिसंबर 2016 और जनवरी 2017 के बीच कई बार 2,000 रुपये के नकली नोट जब्त किए गए हैं. 8 फरवरी को मुर्शिदाबाद में एक युवक के पास 2,000 रुपये के 40 नकली नोट मिले थे. पुलिस के मुताबिक, पकड़े गए नकली नोटों में वॉटरमार्क सहित नोट के कई फीचर्स और कलर स्कीम की हूबहू नकल की गई थी, जिससे इनकी पहचान करने में काफी मुश्किलें आई थीं.
नौबत ये आई कि सुरक्षा बलों को तो भी नकली नोट पहचानना मुश्किल हो रहा था . बाद में आरबीआई की टीम दिल्ली से भेजी गई.
15 फरवरी को फिर बीएसएफ ने बांग्लादेश बॉर्डर पोस्ट के करीब सर्च ऑपरेशन में नकली नोट की बड़ी खेप पकड़ी थी. इस दौरान पकड़े गए लोगों ने कबूल किया था कि बांग्लादेश बॉर्डर से नकली नोट पश्चिम बंगाल भेजे जा रहे हैं. इसके बाद ऐसे नोट पूरे देश में भेजे जाएंगे.
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के भी इस नेटवर्क में शामिल होने की सूचना मिली थी. बताया गया था कि आईएसआई नेपाल के रास्ते देश में 2000 रुपये के नकली नोट भेजने की कोशिश में है. इसके बाद मामले की जांच एनआईए को दे दी गई थी.