नई दिल्ली: वीरेन्द्र सहवाग ने गुर मैहर कौर के ट्वीट पर वीरेन्द्र सहवाग का ट्वीट आया तो हंगामा मच गया. बीरेन्द्र सहवाग ने गुरमैहर के मामले में ट्वीट इसलिए नहीं किया कि उन्हें गुरमैहर के साथ कोई सहमति या असहमति है. असल बात तो ये हैं कि गुरमैहर की बात वीरेन्द्र सहवाग समझ ही नहीं पाए थे. उनका मकसद सिर्फ इस ट्वीट से पैसे बनाने का रहा होगा. दरअसल सहवाग ट्विटर पर उन मुद्दों पर बड़े उत्साह से टिप्पणी करते हैं जिनमें कंट्रोवर्सी हो. इसके पीछ एक पूरा अर्थशास्त्र है.
पिछले दिनों हिन्दुस्तान टाइम्स के साथ बातचीत में वीरेन्द्र सहवाग ने बताया था कि वो छ: महीने में अपनी ट्वीट्स से 30 लाख रुपये के करीब कमा चुके हैं. सहवाग ने बताया था कि उन्होंने मज़े के लिए ट्वीट करना शुरू किया था लेकिन. बहुत से ब्रांड अपने प्रमोशन के लिए सहवाग से ट्वीट कराते हैं और इसके लिए उनको पैसे भी मिलते हैं. और जितने अधिक फॉलोअर होंगे सहवाग की कमाई उतनी ही ज्यादा होगी. धार्मिक,सांप्रदायिक और देशभक्ति से जुड़े मुद्दों पर ट्वीट करने से काफी लोग एक साथ जुड़ जाते हैं.
वीरेंद्र सहवाग ने कहा था- , ‘मैं ड्रेसिंग रूम में अपने साथी खिलाड़ियों के साथ जोक्स मारा करता था. मैंने जब इन्हीं जोक्स को ट्विटर पर शेयर करना शुरू किया तो लोगों ने इसे हाथों हाथ लिया, मुझे भी मजा आने लगा, मैने कुछ और क्रिएशन के साथ ट्वीट करने लगा और देखते ही देखते मेरे फॉलोवर्स 8 मिलियन तक पहुंच गए.
हजारों की संख्या में मेरी ट्वीट्स को लोगों ने रिट्वीट करना शुरू कर दिया. काफी शेयर भी मिलने लगे. इसके बाद विभिन्न ब्रांड्स ने मेरी ट्वीट्स को स्पांसर करने में दिलचस्पी दिखायी और इसके लिए मुझे पैसे मिलने लगे.’
वीरेंद्र सहवाग बस ट्विटर तक ही नहीं रूके उन्होंने यू ट्यूब का भी रुख किया और ‘वीरू के फंडे’ नाम से एक वेब सीरीज शो भी लॉन्च किया, जिसमें वो लोगों को अपनी सास को कैसे हैंडल करना है से लेकर इनकम टैक्स कैसे बचाना है और वयस्क होने के बाद अंग्रेजी कैसे सीखी जा सकती है, के बारे में बताते नज़र आते हैं.